हम हिंदुओं के गौरवशाली इतिहास और हम पर हुए अत्याचार

हमें गर्व है कि हम विश्व के सबसे प्राचीन एवं सबसे महानहिन्दू धर्म सनातन धर्म में पैदा हुए हैं। हिंदुओं का राज्य मध्यएशिया से हिमालय तक फैला था । आज के काल में धर्म की बात करना हिंदुओं के लिए जैसे शर्म या कोई अपराध जैसी बातें हो गई है । इस ब्रह्मांड परसभ्यता के विकास के साथ साथ मनुष्य वर्ग जैसे जैसे सभ्य हुआ मानव सर्वप्रथम धार्मिक हो गया, धर्म ही सभ्यता बन गई, धर्म ही नैतिकता बन गया और मानव को मानव से जोड़ने लगा । धर्म ही मानव जाति के विकास का आधार बना और समय के साथ एक राष्ट्र के स्वरूप में साकार हुआ । इस ब्रह्मांड का सबसे प्राचीन एवं लोकहित कर यदि कोई धर्म है तो वह सनातन हिंदू धर्म है । इस धर्म का मूलसार पूर्णतया प्राकृतिकएवंउदार विचारों वाला एक स्वतंत्रता और शांति प्रिय धर्म है! जिसमें कोई कट्टरता की जगह नहीं है। हमारा सनातन हिंदू धर्म एवं इस धर्म को धारण करने वाला हमारा महान देश भारत, जिसका अतीत और अवशेष साक्षी हैं कि इस देश का ज्ञान और विज्ञान कितना उच्च कोटि का था । यह हमारे महाभारत, रामायण एवं वेदों उपनिषेदों में वर्णित है। मुगलो के हमलों से पहले लगभग (1000)साल पहले हमारा देश, दुनिया के सबसे विकसित देशहुआ करता था उस समय हमारा GDP पूरी दुनिया के GDP के 24% परसेंट के बराबर था तभी इस देश को सोने की चिड़ियों की उपमा दी जाती थी । इसी लालच में आकर दुनियाभर के तमाम आताताइयों डच, फ्रेंच तुर्की और मुगलों ने हमारे देश पर हमला किया ।

हमारे देश में लूटपाट मचाया धर्मांतरण के नाम पर करोड़ों हिंदुओं का कत्लेआम कियाऔर हम हिंदुओं पर ऐसे -ऐसे जुल्म किए कि इसे बयान करने के लिए शब्द भी कम पड़ जाए । करोड़ों हिंदुओं का सर कटवाकर मीनार बनवाया, हिंदुओं को जिंदा जला दिया गया, हिंदुओं की औरतें और बच्चियों को मुगल देशों में भेज दिया गया ताकि मुगल वहां इनके साथ मनमानी कर सकें । हजारों महिलाओं और बच्चियों का यही पर इन मुगलों द्वारा बलात्कार किया गया, मां के सामने बच्चों को मारा गया और बच्चों के सामने मांओं को बेरहमी से मारा गया । हिंदुओं की औरतों को नंगा रहने को मजबूर किया। हम हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचाने के लिए उन्होंने हम हिंदुओं को जबरन इस्लाम कबूल करवाया। हिंदुओं के हजारों मंदिरों को तोड़कर उस पर मस्जिद बनाया गया । हिंदू के देवी देवताओं की मूर्तियों का अनादर किया गया। जिन्होंने इस्लाम नहीं कबूल किया या तो उनका कत्ल करवा दिया गयाया फिर उन पर जजिया टैक्स लगवा दिया।

हिंदुओं को इस्लामिक तौर - तरीके से जीने को मजबूर किया गया।800 सालों तक इन मुगलों ने हम हिंदुओं पर बेइंतेहा जुल्मों के साथ हमें गुलाम बना कर हमारे देश पर राज किया । हम हिंदू कहीं ना कहीं एकजुट नहीं रहे कहीं प्रांतवाद क्षेत्रीय राजाओं की आपस की लड़ाई और कालांतर हिंदुओं में जातिवाद जैसे ऊंच-नीच की भावना जैसी कुरीतियों ने हम हिंदुओं को संगठित नहीं होने दिया और हम कमजोर होते चले गए । इसके बाद अंग्रेजों ने भारत पर कब्जा किया जिसमें प्रत्यक्ष रूप से देखा जाए तो इन मुगलों के शासन को सबसे ज्यादा क्षति पहुंचाया । अंग्रेजों से लड़ाई में हिंदू पुनः सक्रिय हो गए और मुगल भी इस लड़ाई में आकर लड़ने लगेजिससे आज हम आजादी की लड़ाई कहते हैं। मुसलमान भी इसआजादी की लड़ाई मे मारे गए लेकिन मुसलमानों को शहीद का दर्जा कैसे दिया गया। यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि हम हिंदू तो पहले से ही मुगलों के गुलाम थे, अगर अंग्रेज नहीं आए होते तो शायद हमारा देश इस्लामिक देश हो जाता ।

क्या आज ये आजादी हमें मिल पाती ?मुसलमानों ने तो अंग्रेजों से अपनी बादशाहत कायम करने के मकसद से लड़ाई लड़ी और भारत की आजादी में शहीदों की फेहरिस्त में अपना नाम दर्ज करवा लिया । अखंड भारत का इतिहास बदलने में हमारे हिंदू धर्म को सबसे ज्यादा क्षति पहुंचाने में हमारे देश को लूटने में अंग्रेजों से ज्यादा मुगल सक्रिय थे, यह तो ऐसा हो गया एक लुटेरे को लूटने दूसरा लुटेरा आ गया, और हम हिंदुओं की स्थिति तो वैसे की वैसी ही थी, हम जो पहले मुगलों के गुलाम थे बाद में अंग्रेजों के भी गुलाम हो गए, बस थोड़ी स्थिति में बदलाव यह आया कि हमें गुलाम बनाने वाले मुगल भी गुलाम बन गए और आज के मुगलो के वंशज गर्व से कहते हैं कि भारत के आजादी में हमने भी योगदान दिया है। भारत की आजादी के सिपाहियों में अपना नाम जिस छल से इन्होंने दर्ज करवा लिया इतिहासकी इस भूल को हमें सुधारना होगा । मुसलमान भी इसआजादी की लड़ाई मे मारे गए लेकिन मुसलमानों को शहीद का दर्जा कैसे दिया गया। यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि हम हिंदू तो पहले से ही मुगलों के गुलाम थे, अगर अंग्रेज नहीं आए होते तो शायद हमारा देश इस्लामिक देश हो जाता । क्या आज ये आजादी हमें मिल पाती ?मुसलमानों ने तो अंग्रेजों से अपनी बादशाहत कायम करने के मकसद से लड़ाई लड़ी और भारत की आजादी में शहीदों की फेहरिस्त में अपना नाम दर्ज करवा लिया ।

अखंड भारत का इतिहास बदलने में हमारे हिंदू धर्म को सबसे ज्यादा क्षति पहुंचाने में हमारे देश को लूटने में अंग्रेजों से ज्यादा मुगल सक्रिय थे, यह तो ऐसा हो गया एक लुटेरे को लूटने दूसरा लुटेरा आ गया, और हम हिंदुओं की स्थिति तो वैसे की वैसी ही थी, हम जो पहले मुगलों के गुलाम थे बाद में अंग्रेजों के भी गुलाम हो गए, बस थोड़ी स्थिति में बदलाव यह आया कि हमें गुलाम बनाने वाले मुगल भी गुलाम बन गए और आज के मुगलो के वंशज गर्व से कहते हैं कि भारत के आजादी में हमने भी योगदान दिया है। भारत की आजादी के सिपाहियों में अपना नाम जिस छल से इन्होंने दर्ज करवा लिया इतिहासकी इस भूल को हमें सुधारना होगा । सैकड़ों इस्लामिक संस्थाएं भारत देश को इस्लामिक देश बनाने के लिए विदेशों से मदद लेकर हमारे देशमें काम कर रही है इन्ही संस्थाओं के माध्यम से आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम भी किया जा रहा है अन्य धार्मिक संस्थाएं जैसे क्रिश्चियनिटी, बुद्धिस्ट सैकड़ों ऐसी संस्थाएं सेवाभाव एवं लालच के माध्यम से हिंदू धर्म के खिलाफ नफरत फैलाकर धर्म परिवर्तन जैसा देशद्रोह का काम कर रही हैं । इन बातों का ध्यान रखते हुए अब हम हिंदुओं को जागृत, एकजुट और संगठित होकर अपने देश और धर्म को मजबूत करना है और इस देश को पूर्ण हिंदूराष्ट्र बनने तक जी-जान से कोशिश करते रहना है इसी प्रतिज्ञा, शपथऔर समर्पण भावना से काम करना होगा ।









हमारा धर्म हमारी पहचान

हिंदू ब्रदरहुड एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत में हिंदू समुदाय के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
हिंदू ब्रदरहुड की शुरुआत एक दशक पहले एक अपंजीकृत संगठन के रूप में हुई थी, सोसायटी 2022 में महाराष्ट्र अधिनियम 1950 मुंबई के तहत पंजीकृत है

हिन्दू ब्रदरहुड की विचारधारा

हिंदू ब्रदरहुड के माध्यम से हमारा प्रयास हमारे समाज के बीच एक ऐसा मंच तैयार करना है, जो हमारे सवाल, हमारी समस्या एवं हमारी ताकत को देश विदेश तक रख सके...और पढ़ें

हिंदुओं के लिए रोजगार

हिंदुओं के लिए रोजगार के नए स्रोतो का निर्माण करना क्यों की हमारे देश में एक धर्म विशेष के लोगों का हमारे देश के बहुत सारे असंगठित रोजगारों पर एकछत्र राज हो गया है...और पढ़ें

हमारा इतिहास

आज हम हिंदू सनातनी करीब भारत की कुल जनसंख्या का 80 प्रतिशत हैं जो जनसंख्या अनुसार लगभग 120 करोड़ के करीब है जो दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी धार्मिक ताकत है...और पढ़ें

लक्ष्य और उद्देश्य

हिंदू धर्म के मानने वाले लोगों को एकजुट करके हिंदू धर्म को मज़बूत करना है ताकि गैर-हिंदू धर्मों के बढ़ते प्रभाव को कम किया जा सके और जल्द एक शक्तिशाली हिंदू राष्ट्र की पुनः स्थापित की जा सके...और पढ़ें

हमारा सम्मान और विकास

संगठन के माध्यम से हिंदू कम्युनिटी कल्चर को बढ़ाना ताकि हम हिंदू अपने विशाल जनसमूह का लाभ उठा सके । हर हिंदू यही प्रयास करें कि वह ज्यादा से ज्यादा कारोबार रोजगार सामाजिक निर्माण में एक दूसरे को अवसर प्रदान करें...और पढ़ें

मंदिरों का निर्मना

मंदिरों का निर्मना संचालित करना एवं पुराने खंडहर पड़े मंदिरों का जीर्णोद्धार करनाअतीत में मंदिरों के बदले हुए स्वरूप को पुनः मंदिर के रूप में स्थापित करना। हर मंदिर को सामाजिक सरोकार से जोड़ना एवं हर हिंदुपरिवार को मंदिर से जोड़ना...और पढ़ें

साइट का विकास ग्लोबल आर्क